घड़ी टिक टिक करती जा रही है। हिसाब बराबर है। तनाव सुस्पष्ट है क्योंकि सभी की दृष्टि आपके हर चलन पर, हर अभिव्यक्ति पर टिकी है। आशा, भय, जोश और अपेक्षाएँ, आप अपने आसपास की हवा में महसूस कर सकते हैं। आप जानते हैं कि आपको शोर को अनसुना करना होगा – दलीलें, वाह-वाहियाँ, उफ उफ, हू-हू, और सब कुछ। आपका ध्यान एकल और अविभाजित होना चाहिए क्योंकि आप अभी जो करेंगे, वह तय करेगा आपका भविष्य…

एक खिलाड़ी होने के नाते, कभी न कभी आप इस परिस्थिति का सामना करेंगे। दांव-पेच भले ही अलग हों, पर हर बार चुनौती अनूठी होगी। तब भी, लक्ष्य तो एक ही है – सभी परेशानियों के विपरीत अपना सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन देना। इसे एक अडिग और शांत मन से करना, सोने पर सुहागा होगा। यह किसी भी अवस्था में एक घोर चुनौती है और यहीं पर आती है खेलों में योग की भूमिका। 

खिलाड़ियों के प्रशिक्षण का योग एक अभिन्न अंग बन चुका है। आप भले ही खिलाड़ी हों, तैराक हों, टेनिस या फिर बॉल खिलाड़ी हों, खेल में योग का योगदान अपरिहार्य है। अगर आप चकित हैं ऐसा क्यों, तो आइए और खोजिए – खेलों में योग के व्यापक लाभ।

खिलाड़ियों के लिए योग के लाभ

यह खेल पर निर्भर करता है कि खिलाड़ी को मरोड़ना है, घूमना है,‌ झपट्टा मारना है, कूदना है, दौड़ना है या कि खिंचाव के साथ तुरंत और अचानक ही झुकना है। कभी कभी खिलाड़ी बेढंग तरीके से भाग दौड़ करते हैं। यह पैर गलत पड़ने की संभावनाओं को बढ़ा देता है। अपने बचाव के लिए योग में प्रवेश करें!

योग आपको संतुलित, स्थिर और अनुशासित रहना सिखाता है। यह आपके शरीर को इतना दुरुस्त बनाता है कि आप यह शारीरिक गतिविधियाँ कर पाएँ। यह आपके मन को धैर्य और स्थिरता रखने के लिए भी प्रशिक्षित करता है। यह ऐसा कैसे कर सकता है? आगे पढ़ें।

  1. योग मरोड़ और मोच से बचाता है: योगासन सख्त तनी हुई माँसपेशियों को विश्राम देते हैं। यह कूल्हों, पीठ एवं छाती को खोलते हुए शरीर के विभिन्न अंगों को फैलाते और मजबूत करते हैं।  विभिन्न प्रकार के झुकाव और फैलाव किसी भी प्रकार की टूट-फूट, घिसाई, मांसपेशी के खिंचाव और मोच की संभावनाओं को कम करते हैं।
  2. योग आपकी आरोग्य प्राप्ति का समय कम करता है: लंबे और थकाऊ शारीरिक सत्र के बाद नींद और विश्राम काफी नहीं हैं। योग आपके थके हुए शरीर और मन को प्रभावी और शांतिपूर्ण ढंग से विश्राम देने में मदद करता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि आसनों को यथाक्रम और शालीनतापूर्वक किया जाता है। यह आपके शरीर से तनाव को हटाने में मदद करता है और तुरंत ही बहाली यानि पुनः सुधार की संभावनाओं को बढ़ा देता है।
  3. योग आपके संतुलन के बोध को बढ़ा देता है: आसन जैसे कि वृक्षासन और वीरभद्रासन आपके शरीर में संतुलन बनाने में मदद करते हैं। संयम और संतुलन शरीर और मन के लिए आवश्यक हैं। योग, आसन में स्थिरता को भी बरकरार रखता है, जैसा कि जिमनास्टिक, तीरंदाज़ी और शूटिंग के लिए जरूरी होता है।

योग आपको मानसिक रूप से संकल्प को सशक्त करता है और मन की नकारात्मकता को रोकता है। आपको भरोसा होने लगता है कि आप अपनी मानसिक शक्ति द्वारा अपने शरीर के परे जा सकते हैं।

  1. योग आपको अपने भीतर के दानव पर विजय पाने में मदद करता है: खेल केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है। यह एक मानसिक युद्ध है जिसके लिए आपको तैयार रहना चाहिए। जब आप तनावग्रस्त होते हैं तब योग आपकी नसों को मजबूत बनाने में मदद करता है। 
  2. योग आपको अंतर्ज्ञानी और एकचित्त बनाता है: खेल ऐसी कई परिस्थितियाँ प्रस्तुत करता है जहाँ आपको क्षणभर में निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। आपकी पहले की तैयारियाँ और भविष्यवाणियाँ शायद गड़बड़ हो सकती हैं और हो सकता है कि आपको पुनः शुरुआत करनी पड़े। ऐसे समय पर आपकी बुद्धि स्पष्ट होनी चाहिए, जो आपके अगले कदम को निर्धारित करेगी। योग का अनुशासन आपको निष्पक्ष सोच के योग्य बनाता है।
  3. योग आपके श्वसन को नियंत्रित करने में सहायता करता है: बहुत सारे खेलों में आपके परिश्रम की आवश्यकता होती है। आपकी ताकत निर्भर करती है कि कितनी मात्रा में ऑक्सीजन भीतर जाती है, जो श्वसन की कार्यप्रणाली है। प्राणायाम आपको श्वास पर नियंत्रण करना सिखाते हैं, जो एक सुविधाजनक हथियार साबित हो सकता है जब आप तैर रहे हों या मैराथन की समापन रेखा पर दृष्टि लगाए हुए हों। 
  4. योग आपको अपने आकार में आने में मदद करता है: यह आपके शरीर को टोन कर इसे फुर्तीला और लचीला बनाता है, और इसलिए प्रशिक्षण के लिए आसान होता है। योग, वजन घटाने में भी सहायक है जो आपको तेजी से आगे बढ़ने में मदद करता है।
  5. योग आपके भीतर और बाहर को एकजुट करता है: योग आपकी गति और सजगता को बेहतर बनाने के अलावा और भी बहुत कुछ करता है। खेलों में योग की परम भूमिका, मूलतः मन, शरीर और आत्मा को एकजुट करना है। फलस्वरूप, यह ध्यान और सटीकता को बढ़ाता है। 

योग और खिलाडी: कौन अभ्यास करता है?

  • एण्डी मर्रे
  • टॉमी हैस
  • एना इवानोविक
  • लिन डैन
  • पी.वी. सिन्धु
  • साइना नेहवाल
  • किदम्बी श्रीकांत
  • शेक्विल्ले ओ’नील
  • लेब्रोन जेम्स

योग कैसे खेल के अंधेरे पक्ष को उज्ज्वल करता है

किसी भी खिलाड़ी से पूछिए कि उनका सबसे बड़ा दु:स्वप्न क्या है, और संभवत: आपको समवेत सामूहिक स्वर में जवाब मिलेगा – चोट लगना! जब प्रतियोगिताएँ क्रम में हों तब बेंच पर बैठने या फिर अस्पताल में पड़े रहने से अधिक मुश्किल कुछ नहीं। यह एक और कारण है कि योग और खेल साथ साथ चलने चाहिए।

योग आपको अपनी राह में दृढ़ मुस्कान रखने में सहारा देता है

यहाँ तक कि खेल जगत से कुछ महीनों बाहर रहना भी खेल की दुनिया में वर्षों की असफलता या धक्के के बराबर है। आपके शरीर को डावांडोल होने से या पुनरावृत्ति से रोककर, ठीक होने के लिए समय चाहिए होता है। बहुत बार, अपने मौलिक स्वरूप और तंदुरुस्ती में वापस आने के लिए केवल विश्राम करना काफी नहीं होता। 

योग से खिलाड़ी धीरे-धीरे अपने शरीर को टोन करने और मजबूत करने में सक्षम होते हैं। योग, अपने कुछ श्रेष्ठतम खेल वर्षों को खोने के मानसिक तनाव को झेलने में भी मदद करता है। यह अपनी परिस्थिति को स्वीकार करने के लिए आपके मन को प्रशिक्षित कर मजबूत वापसी के लिए मनाता है।

चिरस्थायी खेल प्रदर्शनों के लिए योग के महत्व का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। हालांकि, रात भर में चमत्कार होने की आशा मत रखिए। जो कुछ भी पाने योग्य है, उसके लिए समय और धैर्य लगता है। योग के लाभ एक से हैं; वह समय पर ही प्रत्यक्ष होते हैं। फल की इच्छा से पहले आपको अपने अभ्यास में नियमित और दृढ़ रहना होगा।

श्री श्री योग कार्यक्रम शारीरिक और मानसिक तंदुरुस्ती के लिए, विस्तृत योगासनों से आपको शुरुआत प्रदान कर सकता है। इस कार्यक्रम में प्राणायाम और ध्यान सम्मिलित हैं जो हमें सम्पूर्ण विकास के लिए सक्षम बनाते हैं।

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